Rakshabandhan 2024: क्या करें और क्या न करें? भूलकर भी न करें ये ग़लती सही तरीके से मनाएं पर्व

रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भाई-बहन के प्यार और सुरक्षा के बंधन को और भी मजबूत बनाता है। हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला यह त्योहार न केवल राखी बांधने का दिन है, बल्कि इसमें अनेक परंपराएं और रीति-रिवाज भी जुड़े होते हैं।

रक्षाबंधन 2024 को सही तरीके से मनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इस लेख में हम चर्चा करेंगे कि रक्षाबंधन के दिन क्या करना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए ताकि यह पावन पर्व बिना किसी बाधा के खुशी और उत्साह से भरा हो। साथ ही, हम उन गलतियों पर भी बात करेंगे जो अनजाने में इस दिन को प्रभावित कर सकती हैं।

अगर आप चाहते हैं कि इस रक्षाबंधन का हर पल खास और यादगार बने, तो इस लेख में दिए गए सुझावों को जरूर अपनाएं।

रक्षाबंधन पर क्या करें और क्या न करें

रक्षाबंधन पर क्या करें और क्या न करें

हिन्दू पंचांग के अनुसार, सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षा बंधन का पावन त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती है परन्तु राखी बांधते वक़्त भूलकर भी ये गलतियां नहीं करनी चाहिए।


रक्षाबंधन में क्या नहीं करना चाहिए?

1. भद्रा काल में राखी न बांधें: मान्यता है कि रावण की बहन सूर्पणखा ने भद्राकाल में रावण की कलाई पर राखी बांधी थी, जिसके बाद रावण के साम्राज्य का नाश हो गया था। इसलिए, भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। 


2. राखी बांधते समय दिशा का ध्यान रखें: राखी बांधते वक्त भाई का मुख उत्तर-पूर्व दिशा की ओर और बहन का मुख दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर होना शुभ माना जाता है। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करना अशुभ होता है, क्योंकि यह यम की दिशा मानी जाती है। 


3. सही राखी का चयन करें: रक्षा बंधन के दिन प्लास्टिक की राखी, अशुभ चिह्नों वाली या टूटी हुई राखी नहीं बांधनी चाहिए। 


4. राखी बांधने के दौरान ध्यान रखें: राखी बांधते समय भाई के सिर पर रुमाल रखना चाहिए। टूटे हुए चावल से तिलक न करें और तिलक के लिए सिंदूर का उपयोग न करें। 


5. दीपक का उपयोग: रक्षा बंधन के दिन टूटा हुआ या खंडित दीपक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। 

शुभ उपाय:

रक्षा सूत्र तीन धागों का और लाल, पीला या सफेद रंग का होना शुभ माना जाता है। यदि आप चाहती हैं कि आपका भाई यशस्वी, दीर्घायु और कीर्तिवान बने, तो रक्षा सूत्र में चंदन लगाकर शुभ मुहूर्त में भाई की कलाई पर बांधें। चंदन या दही का तिलक लगाने से भाई का भाग्योदय होगा।

Raksha Bandhan 2024 Shubh Muhurat Time

इस बार रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए दो शुभ मुहूर्त उपलब्ध रहेंगे। पहला मुहूर्त अपराह्न काल में और दूसरा सायंकाल में रहेगा। आप इनमें से किसी भी शुभ मुहूर्त में अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं।

  • पहला शुभ मुहूर्त: राखी बांधने का पहला शुभ मुहूर्त दोपहर 01:46 बजे से शाम 04:19 बजे तक रहेगा। इस समय में राखी बांधने के लिए 2 घंटे 33 मिनट का समय मिलेगा।

  • दूसरा शुभ मुहूर्त: इसके अलावा, आप शाम के प्रदोष काल में भी भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं। प्रदोष काल शाम 06:56 बजे से रात 09:07 बजे तक रहेगा।

रक्षाबंधन कैसे मनाएं?

रक्षाबंधन के दिन सुबह स्नानादि के बाद भाई को एक चौकी पर बैठाएं और उसके सिर पर कपड़ा या रुमाल रखें। ध्यान दें कि राखी बांधते समय भाई का मुंह पूर्व दिशा की ओर और बहन का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। सबसे पहले भाई के माथे पर रोली, चंदन और अक्षत का तिलक लगाएं। इसके बाद घी के दीपक से उसकी आरती करें। फिर राखी बांधकर भाई का मुंह मीठा कराएं और यदि संभव हो तो सप्रेम भोजन के लिए आमंत्रित करें।
राखी बांधते समय बहनें एक विशेष मंत्र का जाप जरूर करें: "येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:"

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