UPSC Complete Information in Hindi : यूपीएससी क्या है? यूपीएससी सिलेबस इन हिंदी 2024, सम्पूर्ण जानकारी UPSC
क्या आप भी सर्च कर कर के थक गए हैं कि आख़िर UPSC क्या है? IAS कैसे बनते हैं? अगर आपका जवाब हाँ है तो आज का लेख आपको इन प्रश्नों का उत्तर जानने में मदद करेगा। साथ ही आप यह भी जान पाएंगे की यूपीएससी सिलेबस इन हिंदी PDF 2024 परीक्षा को पास करने का सिलेबस क्या है? और सबसे ज़रूरी बात परीक्षा में अपना स्थान पाने के लिए ज़रूरी रणनीति क्या होना चाहिए उसके बारे में भी आप जान पाएंगे।
यूपीएससी क्या है ? What is UPSC in Hindi?
यूपीएससी का पूरा नाम संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) है। यूपीएससी की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी और इसका मुख्यालय दिल्ली में स्थित है। यूपीएससी हर साल भारत में सिविल सर्विस परीक्षा आयोजित करता है।
यूपीएससी एक स्वतंत्र संगठन है जो लेवल A और लेवल B कर्मचारियों की भर्ती के लिए जिम्मेदार है। इस परीक्षा के तीन चरण होते हैं - प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains), साक्षात्कार (Interview)
यूपीएससी द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित होने परीक्षा यूपीएससी सीएसई परीक्षा (UPSC Civil Services Examination ) के नाम से जाना जाता है। इस परीक्षा में हर वर्ष लगभग 10,00,000 से अधिक छात्र सम्मिलित होते हैं।
इसी परीक्षा में उत्तीर्ण होकर अभ्यर्थी आईएएस, आईपीएस बनते हैं। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली यूपीएससी सीएसई परीक्षा देश ही नहीं अपितु दुनिया भर के सबसे मुश्क़िल परीक्षाओं में से एक है।
इसके बावजूद, हर कोई एक बार इस परीक्षा को देना चाहता है, क्योंकि इस परीक्षा के माध्यम से देश के सर्वोच्च पदों पर नियुक्ति मिलती है।
चाहे आईएएस हो, आईपीएस हो, आईएफएस हो या आईआरएस, इन सभी सेवाओं में नियुक्ति के लिए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता है। (UPSC Complete Information in Hindi)
परीक्षा पैटर्न
चरण | नाम | पेपर्स | परीक्षा का प्रकार | अंक |
---|---|---|---|---|
प्रथम | प्रारंभिक परीक्षा (PT) | 2 पेपर (GS 1 & CSAT) | बहुविकल्पीय (Objective) | 400 |
द्वितीय | मुख्य परीक्षा (Mains) | 9 पेपर | वर्णनात्मक (Subjective) | 1750 |
तृतीय | साक्षात्कार (Interview) | - | व्यक्तित्व परीक्षण | 275 |
कुल अंक | Mains + Interview = | 2025 |
संघ लोक सेवा आयोग के चरण
संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा के तीन स्तर होते हैं।
- प्रारंभिक परीक्षा
- मुख्य परीक्षा
- साक्षात्कार
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
प्रारंभिक परीक्षा "मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को चयनित करने के लिए" एक विश्लेषण परीक्षा के रूप में कार्य करती है। प्रारंभिक परीक्षा में कुल 400 अंकों के लिए दो प्रकार के प्रश्नपत्र (बहुविकल्पीय प्रश्न) होते हैं।
प्रत्येक पेपर में 200 अंक होते हैं और दो घंटे का समय दिया जाता है। नेत्रहीन उम्मीदवारों को प्रत्येक पेपर के लिए 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाता है। (UPSC Complete Information in Hindi)
प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में चयनित किया जाता है, और दूसरा पेपर प्रशासनिक सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट CSAT (Civil Services Aptitude Test) के रूप में जाना जाता है, जिसमें पास होने के लिए 33% अंक आवश्यक होते हैं।
अन्यथा, मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को चयनित नहीं किया जाता है।
पेपर | पेपर की प्रकृति | परीक्षा का प्रकार | प्रश्नों की संख्या | परीक्षा अवधि | अंक |
---|---|---|---|---|---|
पेपर I - सामान्य अध्ययन | मेरिट रैंकिंग | बहुविकल्पीय | 100 | 2 घंटे | 200 |
पेपर II - एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) | क्वालीफाइंग | बहुविकल्पीय | 80 | 2 घंटे | 200 |
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के कुल अंक 400 | 400 |
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में Negative Marks
प्रीलिम्स पेपर | प्रश्नों की संख्या | कुल अंक | नकारात्मक अंक |
---|---|---|---|
सामान्य अध्ययन-1 2*100=200 | 100 | 2*100=200 | 0.66 |
सामान्य अध्ययन-2 (CSAT) 2.5*80=200 | 80 | 2.5*80=200 | 0.83 |
मुख्य परीक्षा (Mains)
जो अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में 33% अंक प्राप्त कर लेते वो मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए योग्य होते हैं। यूपीएससी मुख्य परीक्षा पैटर्न में कुल 9 पेपर होते हैं:
- 1 अनिवार्य भारतीय भाषा का पेपर
- 1 अंग्रेजी पेपर
- 1 निबंध पत्र
- 4 सामान्य अध्ययन पेपर (जीएस1, जीएस2, जीएस3 और जीएस4)
- 2 वैकल्पिक पेपर
- यूपीएससी मुख्य परीक्षा पैटर्न के अनुसार, मुख्य चरण के सभी पेपर वर्णनात्मक अर्थात सब्जेक्टिव प्रकार के होते हैं।
- प्रत्येक पेपर की समय अवधि 3 घंटे की होती है। इसमें दृष्टिबाधित अभ्यर्थियों को 30 मिनट का अतिरिक्त छूट दिया जाता है।
- मुख्य परीक्षा में प्राप्त कुल अंकों को अंतिम मेरिट सूची में गिना जाता है।
- भाषा के पेपर (मेन पेपर ए और पेपर बी) क्वालीफाइंग प्रकृति के होते हैं अर्थात उसमें पास करना अनिवार्य है।
- पेपर ए अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम राज्यों के उम्मीदवारों के साथ-साथ श्रवण बाधित उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य नहीं है।
हालाँकि, उन्हें अपने संबंधित विश्वविद्यालय या बोर्ड से ऐसे दूसरे या तीसरे भाषा पाठ्यक्रमों की छूट के बारे में पुष्टि प्रदान करनी होती है। - उम्मीदवार यूपीएससी द्वारा प्रदान की गई 48 वैकल्पिक विषयों की सूची में से किसी एक वैकल्पिक विषय का चयन कर सकते हैं। (UPSC Complete Information in Hindi)
साक्षात्कार (Interview)
- व्यक्तिगत साक्षात्कार यूपीएससी का अंतिम चरण होता है इसमें व्यक्तित्व का जाँच होता है। मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को साक्षात्कार प्रक्रिया के लिए बुलाया जाता है।
- इस चरण में, सामान्य रुचि के प्रश्न पूछकर उम्मीदवार के मानसिक और सामाजिक गुणों का परीक्षण किया जाता है।
- यह कुल 275 अंकों का होता है। इसके बाद मेरिट बनता है और फाइनल रिजल्ट घोषित किया जाता है।
उम्मीदवार आईएएस, आईपीएस या आईएफएस में किस रैंक तक जा सकता है?
यूपीएससी की ट्रेनिंग कैसे होती है?
युवा अधिकारियों का प्रशिक्षण उत्तराखंड के मसूरी में स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में होता है।
इस प्रशिक्षण को स्थापना कोर्स कहा जाता है, जिसमें सभी को प्रशासनिक बुनियादी तत्वों की जानकारी दी जाती है।
तीन महीने बाद, आईपीएस अधिकारियों को आगे के प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में भेजा जाता है।
यूपीएससी के एग्जाम के लिए आयुसीमा क्या है ?
यूपीएससी के एग्जाम के लिए योग्यता क्या है ?
यूपीएससी परीक्षा में बैठने के लिए अभ्यर्थी के पास किसी भी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्नातक डिग्री प्रमाणपत्र होना चाहिए। चाहे आप किसी भी स्ट्रीम (साइंस, आर्ट्स, कॉमर्स) से स्नातक पास हों, आप एग्जाम देने के लिए योग्य हैं।
यूपीएससी के एग्जाम के लिए कितने अटेंप्ट्स मान्य है ?
बिना कोचिंग यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
- सबसे पहले आपको फाउंडेशन को मज़बूत करना होगा
- उसके बाद NCERT पर अच्छा पकड़ बनाना होगा। कई बार NCERT से डायरेक्ट प्रश्न आ जाता है। NCERT पढ़ते वक़्त पेंसिल एवं हाइलाइटर का उपयोग कर सकते हैं।
- उसके बाद स्टैण्डर्ड बुक्स को फॉलो करके अपना तैयारी कर सकते हैं।
- स्टैण्डर्ड बुक्स के लिए आप टॉपर्स का वीडियो देख सकते हैं।
- प्रीवियस ईयर के प्रश्नों को बार - बार देखते रहें जिससे आपको ये आईडिया लग जाये की प्रश्न कहाँ से और कैसे आ रहे हैं।
- मॉक टेस्ट देते रहें।
- ख़ुद से डिटेल्स नोट्स तैयार करें।
- रिवीजन सबसे ज़्यादा ज़रूरी है। हमेशा रिवीजन करते रहिए।
- करेंट अफेयर्स से ख़ुद को अपडेट्स रखें।
- डेली न्यूज़पेपर्स पढ़ें।
- टाइम मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दें। आपका एक - एक मिनट बहुत क़ीमती है।
बार - बार सिलेबस में रखें की क्या पढ़ना है और क्या छोड़ना है, क्योंकि इसका सिलेबस इतना बड़ा है कि अगर सबकुछ पढ़ने लगे तो फ़िर शायद आप परिणाम से कोशों दूर चले जायेंगे।
इसलिए आपको अपना नज़र हमेशा सिलेबस और प्रीवियस इयर्स के प्रश्नों पर ठीक वैसा ही रहना चाहिए जैसा की अर्जुन का नज़र मछली के आँख पर था।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए क्या करें और क्या न करें
क्या करें -
- सबसे पहले एग्जाम की पूरी जानकारी होना जरूरी है।
- एग्जाम में आने वाले सिलेबस को अच्छा से समझें।
- रणनीति और अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करें।
- एकाग्रता के साथ निरंतर पढ़ाई करें।
- पढ़ाई के साथ ही साथ उत्तर लेखन (Answer Writing)करना भी जरूरी है।
- रोजाना न्यूज़ पेपर्स पढ़ें।
- मॉक टेस्ट देते रहें।
- अव्यवस्थित पढ़ाई
- अधिक विषयों की प्राथमिकता
- पिछले साल के पेपरों का अध्ययन न करना
- अप्रशिक्षित मॉक टेस्ट
- स्वास्थ्य का ध्यान न रखना
- अधिक प्रयास और उत्साह
यूपीएससी में जॉब प्रोफाइल्स क्या हैं ?
यूपीएससी सिविल सर्विसेज में 24 सेवाओं में जॉब मिलती हैं, जो कि निम्नलिखित हैंः
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
- भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
- भारतीय वन सेवा (IFoS)
- भारतीय विदेश सेवा (IFS)
- भारतीय सूचना सेवा (IIS)
- भारतीय डाक सेवा (IPoS)
- भारतीय राजस्व सेवा (IRS)
- भारतीय व्यापार सेवा (ITS)
- रेलवे सुरक्षा बल (RPF)
- पॉन्डीचेरी सिविल सेवा (PCS)
- पॉन्डिचेरी पुलिस सेवा (PPS)
- दिल्ली, अंडमान निकोबार आइलैंड्स सिविल सेवा (DANICS)
- दिल्ली, अंडमान निकोबार आईलैंड्स, लक्षद्वीप, दमन दीव, दादर नागर हवेली पुलिस सेवा (DANIPS)
- इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट्स सर्विस (IAAS)
- इंडियन सिविल अकाउंट्स सर्विस (ICAS)
- इंडियन कॉर्पोरेट लॉ सर्विस (ICLS)
- इंडियन डिफेंस एस्टेट सर्विस (IDES)
- इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विस (IDAS)
- इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीज सर्विस (IOFS)
- इंडियन कम्युनिकेशन फाइनांस सर्विस (ICFS)
- इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस (IRAS)
- इंडियन रेलवे पर्सनल सर्विस (IRPS)
- इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस (IRTS)
- आर्म्ड फोर्सेस हेडक्वार्टर्स सिविल सर्विस (AFHCS).
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